शेखावाटी की पहली वाल्मीकि समाज से चाहत पवार बनी डॉक्टर
फतेहपुर शेखावाटी की रहने वाली है चाहत पवार ने डॉक्टर बनकर किया समाज का नाम रोशन..
फतेहपुर शेखावाटी मन में अगर कुछ अलग हटकर सपने हो तो इंसान कुछ भी कर सकता है छोटी सी जगह से निकलकर समाज की व्यवस्थाओं से विपरीत कोई इंसान अगर कुछ बेहतर करता है तो यह समाज और समाज के युवाओं के लिए एक प्रेरणादायक मिसाल भी बनती है आज हम बात कर रहे हैं फतेहपुर के वार्ड नंबर एक वाल्मीकि बस्ती की चाहत पवार पुत्री सुशील पवार की जिसने समाज के युवाओं को एक प्रेरणा देते हुए अपने केरियर को बेहतर और समाज को बेहतर दिशा देने के लिए एमबीबीएस जैसे कठिन एग्जाम को चुना और देखते ही देखते चाहत पवार ने एमबीबीएस डॉक्टर की पढ़ाई पूरी भी कर ली चाहत ने महाराष्ट्र के कोल्हापुर से एमबीबीएस की डिग्री प्राप्त की है पिता सुशील कुमार पंवार ने बताया कि सीकर चूरू झुंझुनू जिले में वाल्मीकि समाज की बात की जाए तो चाहत पवार वाल्मीकि समाज की महिला डॉक्टर है जिसने यह मुकाम हासिल किया है डॉक्टर बनने के बाद समाज में खुशी का माहौल है उन्हें फोन करके शुभकामनाएं भी दे रहे हैं चाहत ने बताया कि मैं चाहती हूं कि समाज के लोग समाज की परंपराओं से हटकर धीरे-धीरे डॉक्टर इंजीनियर आर ए एस आई ए एस बने ताकि समाज अपना बेहतर निर्माण कर सकें चाहत पवार के पिता सुशील पवार सामाजिक कार्यकर्ता है तो वही उनकी मां भी सरकारी अध्यापीका है तो दादी वार्ड पार्षद रह चुकी है
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