बाड़मेर में सहरद से शहर तक योग
बीएसएफ जवानों ने ग्रामीणों को योग के प्रति किया जागरूक
योग को अपनी दिनचर्या में शामिल करने का लिया प्रण
बाड़मेर, 21 जून...!! भारत-पाक सरहदों से लेकर शहर मुख्यालय तक योग दिवस पर बीएसएफ जवान, ग्रामीण और अधिकारियों ने योग किया। इंटरनेशनल योग दिवस पर भारत-पाक सीमाओं पर स्थित स्कूलों के मैदानों पर बीएसएफ जवानों और ग्रामीणों के साथ योग किया और ग्रामीणों को योग के प्रति जागरूक भी किया। इसी तरह जिला मुख्यालय पर बीएसएफ की अलग-अलग बटालियन परिसर में भी योग किया गया।
सातवे इंटरनेशनल योग दिवस पर 142 बीएसएफ बटालियन ने तामलोर के स्कूल में बीएसएफ जवानों और ग्रामीणों के साथ मिलकर करीब 50 मिनट तक योग किया। बीएसएफ कमाडेंट राजपाल सिंह ने ग्रामीणों को जागरूक करते हुए कहा कि हर किसी को योग को अपने जीवन का हिस्सा बनाना चाहिए। प्रत्येक व्यक्ति को योग को दिनचर्या में शामिल करना चाहिए। बीएसएफ जवानों ने ग्रामीणों को प्रण दिलवाया कि प्रतिदिन योग करें।
सीमा सुरक्षा बल के सेक्टर पर भी योग करने के दौरान योग गुरु दिलीप तिवाड़ी एंव उनकी साथी दुर्गा तिवाड़ी ने योग करने के दौरान मंगलाचरण, सूक्ष्म व्यायाम, ताड़ासान, वृक्षासन, चक्रासन, अर्ध चक्रासन, वज्रासन, वक्रासन, कपाल भाति, प्राणायाम, अनुलोम विलोम एवं ओम का उच्चारण किया गया। वहीं योग गुरु दिलीप तिवाडी ने योग के दौरान बताते हुए कहा कि योग शरीर, मन और बुद्धि को जोड़ता है । आज योग मानवता को भी जोड़ रहा है यह स्वस्थ शरीर, संतुलित मन एवम श्रेष्ठ विचारों का उपाय है । योग हमें हमारी आत्मा से जोड़ता है।
*बीजेपी के 22 मंडलों में योग शिविर*
बीजेपी ने जिले के सभी 22 मंडलों में योग शिविर आयोजित किए गए। भाजपा जिलाध्यक्ष आदुराम मेघवाल ने बताया कि सातवें अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस पर पूरे जिले में व्यक्तिगत तथा वर्चुअल तरीके से योग शिविर आयोजित हुए। मेघवाल ने बताया कि सातवें इंटरनेशनल योग दिवस 21 जून सोमवार के अवसर पर भाजपा की ओर से पूूरे जिले में कोविड प्रोटोकाॅल की पालना करते हुये मनाया गया। मेघवाल ने बताया कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों से 21 दिसम्बर 2014 को “संयुक्त राष्ट्र संघ“ नेें “21 जून - अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस” घोषित किया है। 21 जून 2015 में पहली बार इसे विश्व स्तर पर मनाया गया। तब से पूरे विश्व में सैकड़ों देश आदर के साथ प्रतिवर्ष योग दिवस आयोजित करते है। ओमप्रकाश प्रजापत
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