बिजासी ग्राम पंचायत ( सीकर जिले) में मनरेगा योजना के तहत मजदूर रोज की तरह खुदाई कर रहे थे लेकिन आज का दिन इनके लिए कुछ खास होने वाला था खुदाई कार्य के दौरान मजदूरों को 5000 साल पुराने हड़प्पा कालीन या सिंधु सरस्वती सभ्यता कालीन सोने ,चांदी ,तांबे के बने आभूषण मिले जो कालीबंगा( वर्तमान हनुमानगढ़, खोज 1953, अमलानंद घोष ) में बड़े स्तर पर पहले से ही थे यह सभी चीजें जमीन से 5 फीट की गहराई में मिली है जिसमें पांच सोने की पत्तियां, एक गले का आभूषण , नौ बाली है इन सभी चीजों को ग्राम पंचायत में रखा गया है इससे पहले भी झुंझुनू ,सीकर ( गणेश्वर जिसे ताम्र पाषाण की जननी भी कहते हैं) मे मिल चुके हैं हड़प्पा वर्तमान पाकिस्तान पंजाब के मोंटगोमरी जिले में है जिसकी खोज रायबहादुर दयाराम साहनी द्वारा हड़प्पा कस्बे के पास एक टीले के रूप में की गई थी इसलिए उसको हड़प्पा कालीन सभ्यता कहते हैं
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