बागडोदा गांव के भंवर देवासी बने सन्यासी बसावतिया
फतेहपुर शेखावाटी तहसील फतेहपुर के निकटवर्ती ग्राम बागडोदा में बने पाबूजी धाम के पीठाधीश्वर श्री भंवर देवासी ने ग्रस्त आश्रम का मो ह त्याग कर. संयास ले लिया जिसके फल स्वरुप उन्होंने नाथ संप्रदाय की दीक्षा ली है और अब नाथ परंपरा के अनुसार उनका नाम भगवान नाथ रखा गया है 21 दिन की दीक्षा के बाद पहली बार गांव पहुंचे पहुंचने पर पूरे गांव के लोगों ने भगवान नाथ का भव्य स्वागत सत्कार किया भाजपा नेता महेश बसावतिया ने बताया ऐसे ही सन्यास नहीं लिया जाता अपने पूरे परिवार को छोड़कर यह कोई ईश्वरीय शक्ति ही प्रेरित करती है भगवान नाथ जी ने बताया कि उन्हें गुरु गोरखनाथ के आदेश हुए हैं गुरु गोरखनाथ जी के आदेश से उन्होंने आपने जीवन के सुख संपदा को त्याग कर सन्यास का रास्ता अपनाया है प्रभु कृपा के बगैर किसी भी साधारण व्यक्ति को ऐसे इस उम्र में सन्यास लेना बहुत ही कठिन कार्य है और फिर नाथ संप्रदाय में दर्शन दार्शनिक बनाआदेश के बगेर दर्शनीय कुनंडलो को धारण करना कोई साधारण व्यक्तित के बस की बात नहीं हैं इस धरा पर किसी के अच्छे पुण्य सारी उम्र सच्चाई के रास्ते पर चलने वाला ही ऐसे कार्य को कर सकता है भगवान नाथ बाबाजी ने देरासर सोमनाथ आश्रम सरदार शहर पशुपतिनाथ महाराज से शिक्षा दीक्षा ग्रहण की है कार्यक्रम में रामाकांत शर्मा झुंझुनू से शुक्ला परिवार के वयोवृद्ध गुरुजी शंकर जी शुक्ला पवन मास्टर सुरेंद्र सिंह नटवर सिंह शेर सिंह देवकरण जी अमराराम सरपंच कायम सिंह आदि मौजूद रहे
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