एक बार फिर गायत्री विद्यापीठ के विद्यार्थियों को मिली सफलता।
प्रियंका सांखला का BAMS में हुआ सलेक्शन।
खटीक समाज नवलगढ़ की पहली बेटी बनेगी आयुर्वेदिक डॉक्टर।
गायत्री विद्यापीठ के प्रयासों से मिली सफलता।
26 मार्च नवलगढ़ स्थानीय मौहल्ला खटीकान स्थित शिक्षा एवं सेवा को समर्पित, संस्कारों की जन्मभूमि गायत्री विद्यापीठ उच्च माध्यमिक विद्यालय नवलगढ़ में आज शांतिकुंज हरिद्वार के तत्वावधान में गायत्री विद्यापीठ की छात्रा प्रियंका सांखला पुत्री श्री सुरेन्द्र सिंह सांखला का बीएएमएस आयुर्वेद डॉक्टर प्रशिक्षण में चयन होने पर छात्रा का सम्मान और अभिनंदन किया गया ।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि समाजसेवी नत्थू सिंह सांखला ,विशिष्ट अतिथि सांवर मल असवाल , कृष्ण लाल सांखला तथा अध्यक्षता प्रधानाचार्य शिक्षाविद कृष्ण कुमार दायमा ने की । आयुर्वेद डॉक्टर प्रशिक्षण में चयनित हुई
छात्रा प्रियंका सांखला का माला ,साफा, प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया ।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि नत्थू सिंह सांखला ने कहा कि प्रियंका सांखला इस क्षेत्र में खटीक समाज में भविष्य की पहली आयुर्वेदिक डॉक्टर बनना अपने आप में गौरव की बात है,उन्होंने कहा कि प्रधानाचार्य कृष्ण कुमार दायमा ने गायत्री गुरुकुल के माध्यम से इस क्षेत्र में शिक्षा का जो बीजारोपण किया था, आज वो गायत्री विद्यापीठ वटवृक्ष बन गया है । विशिष्ट अतिथि कृष्ण लाल सांखला ने कहा कि पहले इस दलित क्षेत्र में एक भी डॉक्टर, इंजीनियर नही हुआ करता था आज इस विद्यालय के कारण दर्जनों डॉक्टर्स और इंजीनियर्स बनने के साथ साथ सैकड़ों युवा सरकारी सेवा जाकर इस क्षेत्र का नाम रोशन कर रहे है।
गायत्री विद्यापीठ की छात्रा प्रियंका सांखला ने कहा कि मेरी प्रारंभिक एवं माध्यमिक शिक्षा गायत्री विद्यापीठ में हुई,मेरा एजुकेशन का बेस गायत्री से बना, यहां के संस्कार और यहां का मोटिवेशन मेरी जिंदगी में बदलाव लाया , गायत्री गुरुकुल में संस्कारों की शिक्षा के साथ-साथ विद्यार्थियों को प्रतियोगी परीक्षा के लिए भी तैयार कर रहा है जो सराहनीय कार्य है।
अनुसूचित जाति के सामान्य परिवार में जन्म लेकर मैंने यह मुकाम हासिल किया है इसका श्रेय मेरे माता-पिता सहित गायत्री विद्यापीठ के समस्त टीचर्स एवं प्रधानाचार्य कृष्ण कुमार दायमा सहित मेरे सभी गुरुजनों को देती हूं ।
मेहनत और पुरुषार्थ से आदमी आगे बढ़ सकता है ।इस अवसर पर रणवीर सिंह,कैलाश सैनी, व्याख्याता मनीष मील, रतन लाल सैनी, विजय कुमार दायमा, सुनील कुमार सैनी,ओमप्रकाश सैनी,बजरंग लाल, पंकज कुमार सैनी, संगीता पायल ,शीलू चौधरी सपना सैनी,एकता सैनी ,कंचन सैनी,शीलू चौधरी, भावना सैनी, ज्योति दायमा आदि ने आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम का सफल संचालन व्याख्याता विजय कुमार दायमा ने किया।
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