नवलगढ़ 5 अक्टूबर अनुसूचित जाति जनजाति अधिकार मंच जिला झुंझुनू के तत्वावधान में* जिलाध्यक्ष पूर्व जिलाशिक्षा अधिकारी दीपचंद पंवार व गायत्री विद्यापीठ उच्च माध्यमिक विद्यालय नवलगढ़ के प्रधानाचार्य कृष्ण कुमार दायमा के नेतृत्व में आज हाथरस,बलरामपुर,आजमगढ़,
बुलंदशहर (यूपी ),और बारां (राजस्थान) की बेटियों के साथ हुवे बलात्कार और हत्या करने वालों को फांसी की सजा देने मांग की गई।और महामहिम राष्ट्रपति को उपजिला कलेक्टर के प्रतिनिधि तहसीलदार कपिल उपाध्याय के माध्यम से महामहिम राष्ट्रपति जी को ज्ञापन दिया गया।
मंच के प्रवक्ता कमल किशोर पंवार ने बताया कि हाथरस,बलरामपुर,आजमगढ़,
बुलंदशहर UP और बारां राजस्थान की बेटियों के साथ जिन दरिंदो ने बलात्कार किया , नृशंस हत्या की है, उन्हे फांसी की सजा जल्दी से जल्दी दी जाने की मंच की और मांग की गई और ज्ञापन दिया, जिससे इन बालिकाओं को न्याय मिल सके।
अनुसूचित जाति जनजाति अधिकार मंच के जिला महामंत्री कृष्ण कुमार दायमा ने कहा कि हाथरस के DM और SP की भूमिका बहुत ज्यादा लापरवाही और गैर जिम्मेदारी पूर्ण, अन्याय और अत्याचार वाली रही है, हाथरस वाली बेटी को तो रात के समय परिवार की बिना स्वीकृति के अंतिम संस्कार करना , परिजनों को मृत बालिका का चेहरा भी न दिखाना, सभी पीड़ित बालिकाओं को सही तरीके से मेडिकल सुविधा ना मिलना ,समय पर मुकदमा और इलाज ना होना,वहां के प्रशासन की बहुत बड़ा संताप और दुःख देने वाली घटना है।सम्पूर्ण समाज में आक्रोश है , इसलिए DM, SP को तुरंत प्रभाव से उनकी सेवा से हटाया जाए।
मंच के जिलाध्यक्ष दीपचंद पंवार ने मांग कि
सभी पीड़ित परिवारों को सक्षम करने के लिए एक करोड़ का मुवावजा तथा एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी दी जाए।
यदि उपरोक्त मांगों में किसी भी प्रकार की लेट लतीफी होती है तो अनुसूचित जाति जनजाति समाज बड़े आंदोलन पर उतारू होगा जिसकी समस्त जिम्मेदारी सरकार की होगी।
इस अवसर पर जिलाध्यक्ष दीपचंद पंवार,जिला महामंत्री कृष्ण कुमार दायमा, एडवोकेट विनोद कुमार घूघरवाल ,पूर्व पार्षद ओमप्रकाश सांखला , पर्यावरण प्रेमी विजय सिंह दायमा, महेश नायक, व्याख्याता विजय दायमा नंदलाल बुधराम नायक सहित कई कार्यकर्ताओं ने सोशल डिस्टेंस और सरकारी एडवाइजरी का पालन करते हुवे एसडीएम ऑफिस पहुंचकर तहसीलदार साहब को ज्ञापन सौंपा।
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