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राज्यस्तरीय कब्बड्डी प्रतियोगिता का हुआ उद्घाटन State Level Kabaddi Competition Inaugurated

राज्यस्तरीय कब्बड्डी प्रतियोगिता का हुआ उद्घाटन

डूंडलोद। कस्बे के हिरानाथ शिव धाम आश्रम में शनिवार को मेले का आगाज हुआ। मेले का शुभारंभ  संगीतमय रामायण पाठ के साथ हुआ। वही मंदिर परिसर में चल रहे मेले में राज्यस्तरीय कबड्डी का प्रतियोगिता का भी उद्घाटन हुआ । प्रतियोगिता उद्घाटन में  कार्यक्रम की अध्यक्षता संत विनय नाथ महाराज व मुख्य अतिथि राजेश कटेवा ने की।  वशिष्ठ अतिथि डॉ. केडी यादव,डूंडलोद सरपंच हरफूल सिह पूनिया,प्रताप पूनिया,सुरेश पूनिया, शंकर लाल सीकर बतौर मंचथ अतिथि मौजूद रहे।
इस अवसर पर भास्कर दुलड़ ने  विनय नाथ महाराज का माला, शॉल ओढ़ाकर व श्रीफल भेंट कर स्वागत किया। उद्घाटन मैच सीकर व सोनीपत के मध्य शानदार मुकाबला हुआ। जिसमे सोनीपत ने जीत हासिल की।  मंच का संचालन सुरेश नुआवाला ने किया।
इस अवसर पर मनफूल पूनिया,बनवारी लाल जाँगिड, भास्कर दुलड़, गोकल चंद तोलासरिया,मुनेश,कोलीड़ा, गिरधारी गढ़वाल,उमाशंकर शर्मा,घनश्याम भास्कर,जगदीश सैनी,मनीष पारीक,ताराचंद कालेर,सतु सिंह ,कुलदीप बुडानिया ,विकास गुजराल,अरविंद स्वामी मनीष जागिड़,चंद्र रतन गुर्जर,सुनील सैनी सुनील पूनियां,महेश जोशी सहित बड़ी संख्या में खेल प्रेमी मौजूद रहे। इधर श्याम विधा निकेतन स्कूल के बच्चो ने भी मेले का अवलोकन किया। युवक युवतियों ने मेले में झूलों व खाने पीने का लुफ्त उठाया रविवार को बॉलीबाल प्रतियोगिता का भी उद्धघाटन होगा संत जीत नाथ महाराज ने बताया की कब्बडी में 32 टीमें भाग ले रही है व  वॉलीवाल में 18 टीमें हिस्सा लेंगी । राज्यस्तरीय प्रतियोगिता का फाइनल 1मार्च को होगा। 28 फरवरी को शेखावाटी के प्रसिद्ध संतो द्वारा भजनों की रस गंगा बहाई जायेगी। 1 मार्च को महाशिवरात्रि पर  4 पहरो का महारुद्राभिषेक किया जाएगा जिसमे चार अलग अलग मुख्य यजमान करगें। शिवरात्रि पर विशाल महाप्रसाद का भी आयोजन होगा। सायंकाल को 56 भोग की झांकी सजाई जाएगी व सायंकाल को महाआरती के साथ धार्मिक आयोजनों का समापन होगा। मंदिर परिसर को भी रंग बिरिगी रोशनी से व फूलों से भी सजाया गया है।
जिले में एक मात्र मंदिर
झुंझुंनू जिले में डूंडलोद गाँव मे 108 शिवलिंग का एक मात्र मंदिर डूंडलोद में ही है।
गरीब बच्चों का सहारा बना आश्रम
संत जीतनाथ महाराज के सानिध्य में गरीब बच्चो को शिक्षा दीक्षा दी जाती है उन बच्चो की हर जरूरत संत जीत नाथ महाराज ही पूरी करते हैं व पूरा खर्चा वहन करते हैं।

बच्चो को गोद लेते हैं श्रद्धालु

यहां आश्रम में गरीब बच्चें पढ़ रहे हैं उन बच्चों को आश्रम में आने वाले श्रद्धालु गोद भी लेते हैं गोद मे श्रद्धालु बच्चे का पूरा खर्चा उठाते हैं खाने पीने,कपड़े पढ़ाई का जब तक बच्चा समझदार या नोकरी के काबिल ना हो जब तक उसका सम्पूर्ण खर्चा उठाते हैं। त्यौहार व अन्य उत्सवों पर जिन्होंने गोद ले रखा है गरीब बच्चो को उनके गोद के माता पिता उपहार ,मिठाई व फोन पर बातचीत करते रहते हैं।

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