समाज में दो तरह के लोग होते हैं--
1.रूढिवादी/अंधविश्वासी तथा
2.प्रगतिशील/विवेकशील।
सैंकड़ों सालों से समाज को बहकाया जा रहा है कि चातुर्मास में सभी देवता सोये हुए रहते हैं अत: इस काल में विवाह, शिलान्यास,नवीन भवन प्रवेश आदि नहीं करना चाहिए।यह हिन्दु समाज का सबसे बड़ा असत्य है किन्तु मैं कहता हूँ कि पूरी साल में सबसे अधिक शुद्ध काल ही ये चार महीने हैं।मैं इस तथाकथित देवशयन काल मेंं सभी मंगलकार्य करने के पक्ष में वर्षों से प्रमाण देता आ रहा हूँ।
जो लोग विवेकशील,प्रगतिशील और साहसी हैं,वे इस समय में मंगलकार्य कर रहे हैं और लाभ प्राप्त कर रहे हैं।
अभी हाल में मैंने रक्षाबंधन के दिन फतेहपुर में सीताराम जी की नवजात पौत्री का नामकरण संस्कार हवन करवाकर करवाया।
8अगस्त को फतेहपुर में रघुनाथपुरा में आशारामजी शास्त्री के परिवार में दिनेश शास्त्री के नवीन भवन का शिलान्यास करवाया।
जयपुर में 22अगस्त को एक भवन का शिलान्यास करवाने का मुझे निमंत्रण मिला है। मैं कार लेकर वह कार्य सम्पन्न करवाने के लिए जाऊँगा। 13 अगस्त को मेरे रिश्तेदार खूड़ी(फतेहपुर)वाले मुकेशजी सैनी ने अपनी पुत्री का विवाह किया है।मैंने रूढि को तोड़ने का साहस करने के लिए मुकेशजी को शाबासी दी है।
अब मेरे पास फोगां(सरदार शहर)से 29अगस्त को पुत्री के विवाह का निमंत्रण कार्ड मिला है।मैंने इनको भी अच्छा कार्य करने के लिए साधुवाद दिया है।
फतेहपुर के रघुनाथपुरा के निवासी थोक फल -विक्रेता गोविंद जी गौड़ के परिवार से बारात 29 अगस्त को फोगां (सरदारशहर)जायेगी। गोविन्द जी एवं मदनलाल जी का परिवार भी धन्यवाद का पात्र है।
मेरे भानजे का भी सगाई समारोह शीघ्र ही आयोज्य है।
अंधविश्वास को ठुकराने वाले सभी साहसी भाई-बहिनों को बधाई। ऐसे लोगों का सभी लोग साहस बढायें , उत्साह वर्धन करें तथा ऐसे कामों की आलोचना करनेवालों को निरुत्साहित करें।।
*आचार्य राम गोपाल सैनी*
फतेहपुर शेखावाटी(सीकर)
मो.9887393713
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