हरियाली अमावस्या विशेष:
जिले को हरियाला बनाने का बीड़ा उठाए एक अनूठे पर्यावरण प्रेमी प्रधान दिनेश सुंडा के सफर में एक और मील का पत्थर
नवलगढ़ पंचायत समिति में सर्वाधिक पेयजल स्त्रोतों का क्लोरिनेशन
257 पेयजल स्त्रोंतों का क्लोरिनेशन कर प्रदेश में पहले स्थान पर नवलगढ़
आज विश्व हैपेटाइटिस दिवस पर राज्य स्तर पर होंगे सम्मानित
सुंडा ने हरियाली अमावस्या की दी शुभकामनाएं, बताया महत्व
झुंझुनूं, 27 जुलाई। जिले को हरियाले बनाने का बीड़ा उठाए नवलगढ़ प्रधान दिनेश सुंडा यूं तो अपने पर्यावरण प्रेम और कार्यों के चलते चर्चा में रहते ही हैं। इस बार पेयजल को लेकर नवलगढ़ ब्लॉक को प्रदेश स्तर पर प्रथम पुरस्कार मिल रहा है। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से होने वाले विश्व हैपेटाइटिस दिवस के प्रदेश स्तरीय समारोह में नवलगढ़ प्रधान एवं प्रधान संघ के प्रदेशाध्यक्ष दिनेश सुंडा, सीएमएचओ डॉ. छोटेलाल गुर्जर और विकास अधिकारी नवलगढ को 257 पेयजल स्त्रोतों का क्लोरिनेशन करने पर पुरस्कार से नवाजा जाएगा। पिछले दिनों नवलगढ पंचायत समिति को तंबाकू मुक्त करने के लिए भी सम्मानित किया गया था।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री के सलाहकार डॉ. राजकुमार शर्मा और प्रधान दिनेश सुंडा ने हाल ही में पर्यावरण बाल वीर की पहल शुरु की है, जिसके तहत हर स्कूली बच्चे को पौधा देकर उनसे सार-संभाल का संकल्प लिया जाएगा। वहीं गत वर्ष पूरे जिले में जिला प्रशासन के सहयोग से सुंडा ने 12.50 लाख पौधे लगाए थे, जिनमें से 8.40 लाख पौधे जीवित हैं। इस वर्ष भी जिले में 15 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया है।
हरियाली अमावस्या के मौके पर ही सम्मानित हो रहे प्रधान दिनेश सुंडा ने हरियाली अमावस्या के महत्व के बारे में बताया कि इस पर्व का जितना धार्मिक महत्त्व है उतना ही वैज्ञानिक औचित्य भी है।हरियाली अमावस्या पर्यावरण संरक्षण के महत्त्व और धरती को हरी-भरी बनाने का संदेश देती है। पेड़-पौधे जीवंत शक्ति से भरपूर प्रकृति के ऐसे अनुपम उपहार है जो सभी को प्राणवायु ऑक्सीजन तो देते ही हैं,पर्यावरण को भी शुद्ध और संतुलित रखते हैं।आज जब मौसम पूरे विश्व में बदल रहा है तब यह अमावस्या महज़ एक धार्मिक पर्व नहीं है बल्कि पृथ्वी को हरी-भरी बनाने का संकल्प पर्व भी है।
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